हिन्दू ग्रंथों के अनुसार 84 प्रकार के रत्न बताए गए हैं जिनमे से 9 रत्नों का मनुष्य के जीवन में बहुत अधिक महत्त्व है। रत्नों का ग्रहों और ग्रहों का राशियों से सम्बन्ध होता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुल 12 राशियाँ होती हैं और ज्योतिष शास्त्र में सभी 12 राशियों के लिए रत्न बताये गए हैं। राशि रत्नों को धारण करने से यश प्राप्ति में सहायक, व्यापार में वृद्धि, पारिवारिक जीवन में सुख शान्ति, भाग्य से जुड़े सभी कार्यों में सफलता हासिल होती है। हर राशियों के जातकों की कुण्डली में अच्छे व बुरे योग भी बनते हैं। किसी भी राशि के जातक की कुण्डली में कोई दोष है या उस जातक के जीवन में उसे परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है तो समस्याओं के निवारण के लिए अपनी राशि के अनुसार रत्न को धारण करना चाहिए। ऐसा करने से जातक को शीघ्र ही लाभ मिलेगा और सारे काम आसान हो जायेंगे।
यह सुनिश्चित करना अति आवश्यक है कि आपके लिए कौन सा रत्न सबसे उपर्युक्त होगा। हम आपको सभी बारह राशियों के रत्नों के बारे में जानकारी देंगे कि कौन व्यक्ति अपनी राशि के अनुसार कौन कौन से रत्न धारण कर सकता है।