Face | 11 Face |
Weight | 3.9gm to 4.10gm (Approx) |
Metal | Silver Plated |
Origin | Nepal |
Certification | Government Approved Lab |
Pooja/Energization | Basic Energization (Free) |
Delivery Time | Approx 3-7 Days (All over India) |
Order on Whatsapp | +91 70112 39569 |
11 मुखी रुद्राक्ष को भगवान् शिव का रौद्र रूप माना जाता है। अगर किसी जातक के घर - परिवार में किसी भी प्रकार की बाधा है, तो उनके लिए 11 मुखी रुद्राक्ष धारण करना वरदान साबित होता है।
11 मुखी रूद्राक्ष को प्रत्येक प्रकार के संकट क्लेश, उलझन व समस्याओं को दूर करने, अथवा पराक्रम, साहस और आत्मशक्ति को बढ़ाता है।
भगवान शंकर जिनके अक्ष के आंसू से रुद्राक्ष उत्पन्न हुआ है उन्हीं भगवान शिव के ग्यारह रुद्रों का प्रतीक है, ग्यारह मुखी रुद्राक्ष। इसके धारक को भगवान शंकर की कृपा पाने के लिए सबसे उत्तम रुद्राक्ष माना गया है।
ग्यारह मुखी रुद्राक्ष को मंगलवार की होरा में धारण करना चाहिए। सर्वप्रथम स्नान करने के पश्चात रुद्राक्ष को गोमूत्र अथवा गंगाजल, दही, शहद, कच्चे दूध से साफ़ करना चाहिए। इसके बाद शिवजी के पंचाक्षार मंत्र "ॐ नम: शिवाय" का 108 बार जाप करते हुए रुद्राक्ष को चन्दन, बेलपत्र, लाल पुष्प अर्पित करें। इसके बाद रुद्राक्ष को धुप - अगरबती दिखाकर उत्तर या पूर्व की ओर मुख करके मंत्र का जाप करने के बाद इसे गले में धारण करें या मंदिर में रख दें।
मंत्र:- “ऊं ह्रींहूं नम:”
ग्यारह मुखी रुद्राक्ष को हमारे पंडितजी द्वारा अभिमंत्रित कर के आपके पास भेजा जाएगा, जिससे आपको शीघ्र अति शीघ्र इसका पूर्ण लाभ मिल सके।
So Good, Very Beneficial.