2 मुखी रुद्राक्ष (चांदी निर्मित पेन्डेन्ट)

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दो मुखी रुद्राक्ष भगवान् शिव का अर्धनारीश्वर का प्रतीक माना जाता है। अगर किसी जातक की बुरी आदतें बहुत कोशिश करने के बाद भी नहीं जाती है, तो उस व्यक्ति के लिए दो मुखी रुद्राक्ष धारण करना वरदान और बहुत लाभकारी होता है। इस अभिमंत्रित 2 मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से गौ ह्त्या का पाप भी दूर हो जाता है। इस रुद्राक्ष को धारण करने से शिव शक्ति दोनों का आशीर्वाद मिलता है, और यह रुद्राक्ष आत्म सम्मान और आत्म संदेह को बढाता है।

ग्रह: चंद्रमा भगवान: अर्धनारीश्वकर मंत्र: ऊं नम:
₹890.00 41% off ₹1500.00

Detail information

Face2 Face
Weight14-16mm / 3-4gm
MetalSilver Plated
OriginHimalaya
CertificationGovernment Approved Lab
Pooja/EnergizationBasic Energization (Free)
Delivery TimeApprox 3-7 Days (All over India)
Order on Whatsapp +91 70112 39569

दो मुखी रुद्राक्ष भगवान चन्द्र देव के अधिकार क्षेत्र में आता है। इसके धारण करने से मन में चन्द्रमा की चांदनी जैसी शीतलता प्रदान होती है।

2 मुखी रुद्राक्ष के लाभ

  • दो मुखीं रुद्राक्ष धारण करने से आंतरिक मन शुद्ध रहता है। और सुख- शान्ति मिलती है।
  • दो मुखी रुद्राक्ष धारण करने से किडनी सम्बंधित बीमारियों से मुक्ति मिलती है।
  • दो मुखी रुद्राक्ष, पति - पत्नी के बीच के मतभेदों को दूर करके गृहस्थ जीवन में खुशियाँ लाता है।
  • दो मुखी रुद्राक्ष धारण करने से दाम्पत्य जीवन में सुख शान्ति बनी रहती है।
  • दो मुखी रुद्राक्ष धारण करने से घर - परिवार में शान्ति बनी रहती है। और कर्ज से मुक्ति मिलती है।

2 मुखी रुद्राक्ष के महत्त्व

दो मुखी रुद्राक्ष धारण करने वाले या नित्य उसकी पूजा करने वाले जातक हर कष्ट से मुक्त हो जाते हैं। और उनके सारे मनोकामनाएं पूर्ण होती है। जो व्यक्ति दो मुखी रुद्राक्ष धारण करता है, उस घर में धन की कमी कभी नहीं होती है। शिव भक्तों को यह अभिमंत्रित रुद्राक्ष अवश्य धारण करना चाहिए।

2 मुखी रुद्राक्ष की प्रयोग विधि

दो मुखी रुद्राक्ष को गोमूत्र, दही, कच्चे दूध, शहद और गंगाजल से अच्छे से साफ़ करके सोमवार के दिन धारण करें। उसके बाद भगवान् शंकर के पंचाक्षार मंत्र "ॐ नम: शिवाय" का 108 बार जाप करते हुए रुद्राक्ष को चन्दन, बेलपत्र व् पुष्प अर्पित करें। जाप करने के बाद रुद्राक्ष को धुप और अगरबती दिखाकर उत्तर या पूर्व की ओर मुख करके मंत्र का जाप करते हुए इसे धारण करें।

मंत्र:- “ऊं नम:”

हमसे क्‍यों लें

दो मुखी रुद्राक्ष को हमारे पंडितजी द्वारा अभिमंत्रित कर के आपके पास भेजा जाएगा, जिससे आपको शीघ्र अति शीघ्र इसका पूर्ण लाभ मिल सके।

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