12 मुखी रुद्राक्ष 12 पंथों से संबंधित है। ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार 12 मुखी रुद्राक्ष में 12 आदित्यों का तेज समाहित है। अभिमंत्रित 12 मुखी रुद्राक्ष पर भगवान सूर्य की भी विशेष कृपा बरसती है।
12 मुखी रुद्राक्ष भगवान विष्णु का स्वरूप माना जाता है। 12 मुखी रुद्राक्ष भगवान् सूर्य से सम्बंधित हैं। सूर्य व्यक्ति को शक्तिशाली तथा तेजस्वी बनाता है। 12 मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से सूर्य का ओज एवं तेज प्राप्त होता है।
Face | 12 Face |
Weight | 3.95gm to 4.10gm (Approx) |
Metal | Silver |
Origin | Nepal |
Certification | Government Approved Lab |
Pooja/Energization | Basic Energization (Free) |
Delivery Time | Approx 3-5 Days (All over India) |
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बारह मुखी रुद्राक्ष को रविवार की होरा में धारण करना चाहिए। सर्वप्रथम स्नान करने के पश्चात रुद्राक्ष को गोमूत्र अथवा गंगाजल, दही, शहद, कच्चे दूध से साफ़ करना चाहिए। इसके बाद शिवजी के पंचाक्षार मंत्र "ॐ नम: शिवाय" का 108 बार जाप करते हुए रुद्राक्ष को चन्दन, बेलपत्र, लाल पुष्प अर्पित करें। इसके बाद रुद्राक्ष को धुप - अगरबती दिखाकर उत्तर या पूर्व की ओर मुख करके मंत्र का जाप करने के बाद इसे गले में धारण करें या मंदिर में रख दें।
मंत्र:- “ऊं रों शों नम: ऊं नम:”
बारह मुखी रुद्राक्ष को हमारे पंडितजी द्वारा अभिमंत्रित कर के आपके पास भेजा जाएगा, जिससे आपको शीघ्र अति शीघ्र इसका पूर्ण लाभ मिल सके।