ग्रह: शुक्र | राशि: तुला और वृषभ |
भगवान: इंद्र देव | मंत्र: ऊं ह्रीं नम: |
सिद्ध 13 मुखी रुद्राक्ष भगवान इन्द्र देव का स्वरुप है। और 13 मुखी रुद्राक्ष कामदेव का भी स्वरुप माना गया है। 13 मुखी रुद्राक्ष धारण करने से सभी प्रकार की कामनाएँ पूर्ण होती हैं। आइये जानते हैं अभिमंत्रित 13 मुखी रुद्राक्ष के लाभ।
Face | 13 Face |
Weight | 4gm to 5gm (Approx) |
Origin | Nepal |
Pooja/Energization | Basic Energization (Free) |
Delivery Time | Approx 3-7 Days (All over India) |
Order on Whatsapp | +91 70112 39569 |
तेरह मुखी रुद्राक्ष को शुक्रवार की होरा में धारण करना चाहिए। सर्वप्रथम स्नान करने के पश्चात रुद्राक्ष को गोमूत्र अथवा गंगाजल, दही, शहद, कच्चे दूध से साफ़ करना चाहिए। इसके बाद शिवजी के पंचाक्षार मंत्र "ॐ नम: शिवाय" का 108 बार जाप करते हुए रुद्राक्ष को चन्दन, बेलपत्र, लाल पुष्प अर्पित करें। इसके बाद रुद्राक्ष को धुप - अगरबती दिखाकर उत्तर या पूर्व की ओर मुख करके मंत्र का जाप करने के बाद इसे गले में धारण करें या मंदिर में रख दें।
मंत्र:- “ऊं ह्रीं नम:”
तेरह मुखी रुद्राक्ष को हमारे पंडितजी द्वारा अभिमंत्रित कर के आपके पास भेजा जाएगा, जिससे आपको शीघ्र अति शीघ्र इसका पूर्ण लाभ मिल सके।