वैदिक शास्त्र के अनुसार गोमेद रत्न को राहू का रत्न माना जाता है। इसको अंग्रेजी में Hessonite भी कहते है। यह प्राय: शहद के रंग जैसा होता है। राहू के यह रत्न बहुत ही प्रभावशाली रत्न है और यह बहुत से मामलों में बहुत ही लाभदायक होता है।
लहसुनिया केतु का रत्न है, जो अत्यंत सुन्दर और चमकीला होता है। केतु के दुष्प्रभाव से बचने के लिए लहसुनिअ को धारण किया जाता है। इसको अंगरेजी में केट्स आई (Cat's Eye) भी कहा जाता है। लहसुनिअ सफ़ेद, पीला, काला और हरे रंग में पाया जाता है। हर रंग के लहसुनिअ में धारियां होती हैं। लहसुनिआ रत्न भी खान से निकाला जाता है और इसकी खानें भारत, म्यांमार, श्री लंका और ब्राजील में हैं। यह बिल्ली की आँख की तरह दिखाई देता है इसलिए इसको केट्स आई कहा जाता है।